जी हाँ ये बिलकुल मुमकिन है कि जल्द ही सभी आतंकियों के कब्र के ऊपर शौचालय बनेंगे।
कुछ नरम दिल वालों को आपने अक्सर ये कहते सुना होगा की आतंकवाद का कोई मज़हब नही होता तो फिर भारतीय सरकार अपना बहुमूल्य ज़मीन उन आतंकवादियों के ऊपर क्यों बर्बाद करे। क्यों न उनके कब्र के ऊपर सौचालय बना कर (build public toilets on terrorist graves) स्वछ भारत के सपना को जल्द से जल्द पूरा किया जाय। ऐसा ही सोचना है कई देश प्रेमियों का।
जिस तरह शहीदों की याद में स्मारक बनाये जाते हैं वैसे ही अब आतंकवादियों के कब्र पर शौचालय बनाने की जरूरत।
भारत का हर नागरिक अपने भारत देश से कितना प्रेम करता है किसी को बताने की जरूरत नहीं है। समय समय पर ऐसे ही युवायें कुछ ऐसे दिलचस्प विचार ले के आते हैं जिनसे नहीं लगता कि किसी को भी देश हित और सम्मान के लिए आपत्ति हो।
We agree and understand there is no religion of terrorism so why indian government should waste the land for their graves instead we should make free public toilets on their graves.
हाल ही में पाकिस्तान के द्वारा लगातार सीज़ फायर और भारत घुस कर आतंकियों द्वारा मासूमों की हत्या से झन्नाये भारतियों द्वारा सोशल मीडिया में खुल कर इस बात पे समर्थन मिल रहा है कि आतंकवादियों के कब्र के ऊपर शौचालय बनाया जाय और जनता को उसका फ्री में उपयोग करने दिया जाय।
आतंकवादियों के कब्र पर शौचालय बनाने का सोशल मीडिया में फैला मुहिम जरूर सफल हो सकता है अगर इसमें आप और लोगों का साथ मिले और इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों तक फेसबुक, ट्विटर और व्हाट्सअप के माध्यम से लोगों तक पहुँचाया जाय।
If you support this thought to build public toilets on terrorist graves, please spread this as much possible.
जिस तरह से हाल ही में चाइनीस फटाखों का सोशल मीडिया में बहिस्कार किया गया जिसे लोगों का भरपूर समर्थन मिलने पर चाइनीज़ फटाखों की बिक्री पर 60% तक की गिरावट आई थी उसी तरह इस मुहीम “आतंकियों के कब्र पर शौचालय” को भी लोगों का भरपूर समर्थन मिलने लगे तो जल्द ही आतंकवादियों के कब्र पर फ्री शौचालय होगा।
अगर आप इस विचार का हमारे ही तरह समर्थन करते हैं तो कृपया इस सोंच को ज्यादा से ज्यादा फैलायें।
इसके साथ ही साथ लोगों द्वारा एक और मुहीम चलाई जा रही है कि UC ब्राउज़र जो को चीन में बना है को तुरंत अपने मोबाइल से निकाल फिंके ताकि चीन को तुरंत भारतीय ताकत और एकजुटता का एहसास हो और फूहड़ बयानबाज़ी से बाज़ आये।
सोशल मीडिया में #चीनी फटाखों और #UC ब्राउज़र के बहिष्कार के बाद अब एक अलग तरह की मांग “जिस तरह शहीदों के लिए स्मारक बनाये जाते हैं वैसे ही #आतंकवादियों के कब्र पे शौचालय बनाया जाय क्योंकि उनका कोई मज़हब नही होता तो ज़मीन क्यों बर्बाद करें bit.ly/I-Support-Toilets-On-Terrorist-Graves अनोखा पर अच्छा प्रयास”. अगर आप इस विचार का समर्थन करते हैं तो इसे सबको शेयर करें।