🐃 एक भैस की दर्द भरी दास्तान :-
बच्चा जब थोड़ा बड़ा होता है, दूध मेरा पीता है !
वो भी बोर्नविटा डाल डाल कर !
और निबंध लिखने के लिये दूसरे जानवर क्यों ??
यदि बच्चा लिख नहीं पाता,
तो बोलते है “काला अक्षर भैंस बराबर”
तो क्या दूसरे जानवर पोस्ट ग्रेजुएट हैं ??
यदि कोई गलती करे तो लोग कहते हैं “गयी भैंस पानी में”
अजी हमने क्या बिगाड़ा है ?
गलती कोई दूसरा करे और बदनामी हमारी होती है !!
हम भी अन्य सब जानवरों की तरह ही हैं !
फिर भी इतना ज्यादा भेद-भाव झेलते हैं !
ग : गाय
ब : बंदर
ऊ : ऊल्लू
पढाया जाता है, तो फ़िर
भ : भैंस
लिखने में आपका क्या जाता है ??
हमारा दूध पीकर हमसे ही गद्दारी !
कोईं औरत सीधी हो तो उसकी गाय से तुलना करते हो, और मोटी हो तो भैंस ??
🐃😀🐃🐃
हमारे साथ ये असहिष्णुता बंद हो।🚩🚩